Uski yaade

❤️Tera firaq mai jane jaa Aesh tha kya mere liye Yani tere fiarq m khub sharab piy gay🍺💫 ✨Na hua …

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Pati or patni ka rishta

NATIONAL COUPLES DAY पति – पत्नी

एक बनाया गया *रिश्ता* !..
पहले कभी एक – दूसरे को *देखा* भी नहीं था .., अब सारी *जिंदगी* एक – दूसरे के साथ है l
पहले *अपरिचित* , फिर धीरे – धीरे होता है .; *परिचय* l
धीरे – धीरे होने वाला *हृदय स्पर्श* , फिर *नोकझोंक* .., *झगड़े* ,.. बोलचाल *बंद* l
कभी जिद कभी रूठ कभी मानाना !.
फिर धीरे – धीरे बनती जाती *प्रेम पुष्पों* की *माला* , फिर *एकजीवता* , *दो शरीर एक आत्मा* l
वैवाहिक जीवन को *परिपक्व* होने में *समय* लगता है l धीरे – धीरे जीवन में *स्वाद और मिठास* आती है !..
ठीक वैसे ही जैसे *अचार* , जैसे – जैसे *पुराना* होता जाता है , उसका *स्वाद* बढ़ता जाता है l!.बाद तरह पति -,पत्नी एक – दूसरे को अच्छी तरह जान ने समझने लगते हैं , *पेड* बढ़ता जाता है ,
*शाखाए बढती* जातीं हैं ,
*फूल आते हैं , फल* आते हैं ,
रिश्ता और *मजबूत* होता जाता है , धीरे – धीरे बिना एक – दूसरे के *अच्छा* ही नहीं लगता l
जैसे उमर बढ़ती जाती है दोनों को – एक दूसरे पर विश्वास होते जाते हैं एक – दूसरे के बगैर जिन्दगी अधूरी होजाती है !l
फिर धीरे – धीरे मन में , एक डर होने लगता है ,
” मुझसे पहलेे ये दुनिया से चली गाई तो फ़िर कैसे जिऊँगा ”
” ये मुझसे पहले चले गये मैं कैसे जीऊँगी ” ..
अपने मन में *चलते , इन सब सवालों* के बीच जैसे , खुद का *सब कुछ* , दोनों भूल जाते हैं !l
कैसा अनोखा *रिश्ता* है !..
दोनो अलग -अलग परिवार और एक दूसरे से अंजान होकार एक रिश्ता बानाते है !l
*” पति – पत्नी “*
*” Happy Couples Day “*
सभी शादीशुदा जोड़ो को समर्पित ❗️
*विवाह एक भरोसा है ,*
*समर्पण है l*
*तारीफ उस स्त्री की ,*
*जिसने खुद का घर छोड़ दिया*
और
*धन्य है , वो पुरुष ,*
*जिसने अंजान स्त्री को*
*घर सौंप दिया* …‼️

Mere Kalam Ki Aawaj

में लिखूं अधूरी गजल तुम मुक्कमल ग़ज़ल लिख देना….. मैं लिखूंगा तुमसे इश्क तुम बे हद्द और बे हिसाब लिख …

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Tumse Dur Jana Majburi Hai Meri

तुमसे दूर जाना मजबूरी है  मेरी

दोस्तो मैं अब अपने आप को परिचय कराती हूं

मैं ग्रेजुएशन में हूं और अपनी जीवन से जादा किसी को

महत्व नहीं मम्मा और पापा को छोड़कर ।

अब में अपनी प्रेम कहानी शुरू करती हु तो ये बात है 2012 की जब में 12 वीं में थी

हमारे प्री बोर्ड होन मे 3 माहिने बाकी थे तो मैंने सोचा facebook par account बनाती हूं

बनाया इस्तेमाल भी किया facebook पर बनाने का मन नहीं था पहले काफी घटना सुनी थी तो थोड़ा डरी हुई थी

उसके बाद  एक लड़के की request आई वो बहुत सुंदर था और गुड लुकिंग था लेकिन वह क्या मेरा प्यार ऐसा ही

कुछ दिन काटने तो नहीं है फिर ऐसे ही मेरा प्यार जिस से मुझे आज भी प्यार है उसकी request आई शूरु में हम

दोनो बहुत लडते जादा ही हर बात  पर तो हम दोनो बहुत लड़ते फिर हम दोनों  दोस्त बने ऐसे ही

एक साल बीत गया फिर facebook का तो जनते  है आप लोग हर दिन एक Prorposal फालतू का दिमाग

खराब तो में  दिल से सोची थी मैने सबको ignore कर दिया सबसे फ्रेंडली अंदाज बात करती  थी तो

मैंने उनसे खुद पूछा क्यों  कि मुझे लगता  था की वो मुझसे प्यार करते है  लेकिन शक था तो क्लियर हो गया

जब उन्होंने हाँ  कहां लेकिन फिर अगले दिन उन्होंने मुझे  खुद प्रपोज किया मैंने हा नहीं कहा क्यूंकि

मुझे अपनी लाइफ सिंगल ही रखनी थी क्यों किसी और के बारे  में सोचना नहीं होगा

उनकी और हमारी  जाति अलग अलग  था ये proublum मुझे थी उन्हे नहीं वो मुझसे  बार बार

अपने प्यार का इज़हार करते थे तो  फिर मुझे भी फील हुआ उनका प्यार तो मैंने हाँ  कह

दिया कुछ दिन बाद  मुझे एक लड़की कि request आई मैंने स्वीकार कर लिया फिर उससे मेने बात कि तो

उसने  मुझसे  कहा की तुम मेरे BF का पीछा छोड दो वो मुझसे प्यार करता

उसने मुझे बहुत हर्ट किया मैंने उस्से कह दिया की वो मुझसे प्यार करते  है और मैंने उसकी

आईडी को निष्क्रिय कर दिया फिर कुछ समय बाद ऑनलाइन  आई तो वो ऑनलाइन  नहीं थे

जब ऑनलाइन आय तो  मेने उनसे  कहा वो  बोले कि वह लड़की उनकी फ्रेंड है जो मेरे साथ प्रैंक कर रही थी

लेकिन पता नहीं क्यू मेरे दिल को यही लग रहा था कि वह सच में उनसे  प्यार करती है  लेकिन उन्होंने कहा ऐसा

नही एसा कुछ नहीं  है  सब कुछ ठिक हुआ हमने बात  की और ऐसे ही सिलसिला चलता रहा बतो का

तो में कॉलेज में एंट्री ले चुकी थी  अछे माक्स  की वजह से admition मिल गया तो वो बोले कहीं

मिलने के लिए तब तक मुझे कॉलेजकल में 6 -7 महीने होचुके थे लेकिन मैने मना  कर दीया तो उन्होंने बहुत request किया

तो मैंने हा करदी तो  मेरे जन्मदिन पर मिलने का प्लान बनाया लेकिन वो कैंसिल हो गया क्यूंकी उनके परीक्षा फिर कभी नहीं

मिल पाये और जो बात  मेरे दिल से निकली थी की वो लड़की उनसे प्यार करती  थी वो सच था उसकी वजह से

बहुत झगडा  होता था हमारा लेकिन हर रोज बात करते करते प्यार और बढ़ता जा रहा और इतना बढ़  गया था

की हम दो बहुत  खुश थे  लेकिन कुछ कारण की वजह से उन्हे स्वीकार करना मेरे लिए संभव नहीं और

आज उन्ही कारण की वजह से आज मैं उनसे दूर हो गई क्योंकी बाद  में ज्यादा  तकलीफ हो इस से

अच्छा है कि  अभी दर्द हो तो अच्छा है  मुझे माफ करना

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